प्रखंड क्षेत्र के किसान इन दिनों खाद संकट से जूझ रहे हैं। डीएपी और यूरिया खाद की पर्याप्त उपलब्धता न होने से किसानों को बार-बार पंजीकृत खाद दुकानों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। समय पर खाद नहीं मिलने के कारण फसलों की बढ़वार प्रभावित हो रही है और किसानों की मेहनत पर पानी फिरता नजर आ रहा है।
इस वर्ष अच्छी बारिश के चलते किसानों ने समय पर बुवाई कर ली थी और उन्हें बेहतर पैदावार की उम्मीद थी। लेकिन खाद की कमी ने उनकी उम्मीदों पर ग्रहण लगा दिया है। मुख्य बाजार क्षेत्र और आसपास के इलाकों में कई पंजीकृत खाद दुकानों के नाम सूचीबद्ध हैं, जिनमें गुप्ता ट्रेडर्स मझिआंव, मेहता बीज भंडार मझिआंव, खुदरा खाद दुकान मझिआंव, कुशवाहा ट्रेडर्स खजूरी, लक्ष्मी ट्रेडर्स पूरेहे, ओम खाद बीज भंडार, सचिन खाद बीज भंडार मझिआंव, अमन खाद बीज भंडार रामपुर, केजीएन खाद बीज भंडार तलशबरिया आदि शामिल हैं।
प्रखंड कृषि पदाधिकारी सुरेश कुमार सिंह ने जानकारी दी कि हाल ही में जिला कृषि विभाग से मेहता बीज भंडार और जितेंद्र कुमार मझिआंव को 9 एमटी (200 बोरा) तथा सचिन खाद बीज भंडार मझिआंव को 6.75 एमटी (150 बोरा) खाद आवंटित किया गया है। फिलहाल तीन दुकानें ही क्रय-विक्रय कर रही हैं, जबकि अन्य दुकानें खाद उपलब्ध न होने के कारण बंद पड़ी हैं।
कृषि पदाधिकारी ने यह भी बताया कि प्रत्येक किसान को उसके आधार कार्ड के आधार पर 45kg का एक बोरा खाद दिया जा रहा है। वहीं, कई पंजीकृत दुकानदारों का कहना है कि उन्हें खाद का प्रती ₹300 में मिल रहा है, जिससे उन्हें लाभ नहीं हो पा रहा। इस वजह से कई दुकानदार बिक्री से पीछे हट गए हैं।
किसानों का कहना है कि यदि समय पर पर्याप्त खाद उपलब्ध नहीं कराया गया तो फसलों की उपज बुरी तरह प्रभावित होगी। उन्होंने जिला प्रशासन और कृषि विभाग से मांग की है कि खाद आपूर्ति को समय पर सुनिश्चित किया जाए। वहीं किसानों का कहना है कि खाद्य समय पर उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है यदि उपलब्ध कृषि विभाग के द्वारा कराया जा रहा है तो सरकारी प्रति बोरा मूल्य 266 रुपया है। वहीं दुकानदारों के द्वारा ₹320 प्रति बोरा लिया जा रहा है।बताते चले कि खाद्य दुकान खोलते दुकानों पर सुबह से ही किसानों को भीड़ उमर रही है। खाद्य अभाव में कई किसान बिना खाद्य लिए घर वापस लौट रहे हैं।