मझिआंव, गढ़वा:
गढ़वा जिले के वीरबंधा डैम क्षेत्र में रामनवमी के दिन रविवार को पुलिस ने देसी कट्टा और दो जिंदा कारतूस के साथ दो नाबालिगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने उन्हें पूछताछ के बाद थाना लाकर 7 अप्रैल को कांड संख्या 43/25 के तहत मामला दर्ज किया और बाल सुधार गृह भेज दिया।
थाना प्रभारी की पुष्टि:
स्थानीय थाना प्रभारी और पुलिस निरीक्षक सुनील कुमार तिवारी ने बताया कि तीन नाबालिगों की संदिग्ध गतिविधियों के बारे में सूचना प्राप्त हुई थी। इसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। मौके से एक देसी कट्टा और दो जिंदा 315 बोर के कारतूस बरामद किए गए। गिरफ्तार किए गए दो नाबालिगों को पूछताछ के लिए थाना लाया गया, जबकि तीसरा आरोपी मौके से फरार हो गया। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
घटना का विवरण:
रामनवमी के मौके पर एक बैंड पार्टी का सामान ट्रैक्टर से विंडंडा ले जाया जा रहा था। उसी दौरान मोटरसाइकिल पर सवार तीन नाबालिगों ने बैंड पार्टी के ट्रैक्टर को रोका और पिस्टल को कनपटी पर सटाकर धमकी दी। इस घटना को लेकर पुलिस को तुरंत सूचना मिली, और कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, तीसरा आरोपी मौके से फरार हो गया।
क्षेत्र में दहशत का माहौल:
इस घटना के बाद वीरबंधा डैम और आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल बन गया है। पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के बाद भी लोगों में सुरक्षा को लेकर चिंता बनी हुई है। इस मामले के बाद इलाके में लूटपाट की आशंका जताई जा रही है, और स्थानीय निवासियों को रात्रि के समय उस क्षेत्र में जाने से परहेज करने की सलाह दी जा रही है। पुलिस अधिकारियों ने स्थिति पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए इलाके में अतिरिक्त पेट्रोलिंग बढ़ा दी है।
पुलिस की सक्रियता:
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किए गए नाबालिगों से सख्ती से पूछताछ की और मामले को गंभीरता से लिया। पुलिस द्वारा लगातार अभियान चलाकर फरार आरोपी को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि इलाके में किसी भी प्रकार के असामाजिक तत्वों की गतिविधियों को काबू में किया जा सके।
समाज में सुरक्षा को लेकर सवाल:
यह घटना न केवल पुलिस की तत्परता की मिसाल पेश करती है, बल्कि यह समाज में युवाओं के अपराधीकरण और बढ़ते असामाजिक कृत्यों के प्रति भी गंभीर सवाल उठाती है। इस मामले में नाबालिगों का शामिल होना यह बताता है कि किस तरह कम उम्र में अपराध की ओर बढ़ने वाले युवा समाज पर नकारात्मक प्रभाव डाल रहे हैं। ऐसे में पुलिस की भूमिका तो महत्वपूर्ण है ही, लेकिन समाज और परिवार को भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
आगे की कार्रवाई:
पुलिस अब फरार नाबालिग की तलाश में जुटी हुई है और मामले की गहन जांच कर रही है। गिरफ्तार आरोपियों को बाल सुधार गृह भेज दिया गया है, जहां उनकी काउंसलिंग और सुधार की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। यह घटना स्थानीय समुदाय के लिए एक चेतावनी भी है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है और यह सुनिश्चित किया जा सके कि आने वाली पीढ़ी ऐसे अपराधों से दूर रहे।