।गढ़वा। झारोटेक के तत्वाधान में मंझिआँव प्रखंड के शिक्षकों के द्वारा अन्य राज्य कर्मियों की भांति अपने अधिकारों की मांग को लेकर आज प्रखण्ड मुख्यालय में जोरदार “ध्यानाकर्षण रैली” निकाली गई। इस रैली के माध्यम से संघ ने झारखंड सरकार का ध्यान कर्मचारियों की 11 सूत्री ज्वलंत एवं न्यायोचित मांगों की ओर आकृष्ट किया।
वहीं इस संघ के प्रखण्ड सचिव, जीतेन्द्र प्रसाद के नेतृत्व में यह आंदोलन प्रांतीय कार्यकारिणी के निर्देशानुसार पांच चरणों में प्रस्तावित है। पहले चरण के तहत “हस्ताक्षर महाअभियान” में सैकड़ों कर्मियों ने हिस्सा लेते हुए सरकार से मांगें पूरी करने का आग्रह किया। इसके पश्चात आज दूसरा चरण “ध्यानाकर्षण रैली” के रूप में सम्पन्न हुआ।
वहीं इस रैली में राज किशोर मेहता, विजय सिह, राजेश तिवारी, रामसागर शुक्ला, सरोज कुमारी, चन्दा कुमारी, पूनम शर्मा, रवीन्द्र प्रसाद, वृज किशोर सहित दर्जनों प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों के शिक्षक लोग शामिल थे।
ज्ञापन के माध्यम से मुख्य सचिव, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव एवं प्रखण्ड विकास पदाधिकारी को संबोधित करते हुए संघ ने विशेष रूप से तीन प्राथमिक मांगें और आठ विशिष्ट मांगें रखीं।
प्राथमिक 11 मांगें इस प्रकार हैं:
अन्य राज्य कर्मियों की भांति शिक्षकों को MACP का लाभ।
सेवानिवृत्ति की उम्र 62 वर्ष की जाए।
केन्द्रीय कर्मियों की तर्ज पर शिशु शिक्षण भत्ता मिले।
NPS में जमा राशि को वापस लाने की पहल,
राज्य प्रशासनिक सेवा की सीमित प्रतियोगिता परीक्षा में सभी कर्मियों की भागीदारी,
विभिन्न संवर्गों में किए गए नुकसानदायक संशोधनों की वापसी,
छोटे शहरों में पदस्थापित कर्मियों को परिवहन भत्ता,
300 से अधिक उपार्जित अवकाश के उपभोग की स्वीकृति,
लिपिक संवर्ग के लिए एक समान सेवा नियमावली,
योग्यताधारी चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों को प्रोन्नति,
संविदा/आउटसोर्सिंग बहाली की प्रक्रिया का समापन।
संघ ने बताया कि विधानसभा चुनाव 2024 के दौरान सत्ता में शामिल दलों ने इन मांगों को अपने घोषणापत्र में शामिल किया था, अतः अब उनका पूरा किया जाना आवश्यक है।