डंडई में सैकड़ो एकड़ जंगल झाड़ी जमीन को कब्जा कर लोग कर रहें खेती, विभाग चुप
अंचलाधिकारी बोले यदि सरकार की जमीन को कब्जा कर उस पर खेती किया जा रहा तो संबंधित लोगों के ऊपर कानूनी कार्रवाई की जायेगी।
डंडई थाना क्षेत्र के डंडई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के नजदीक सरकार की सैकड़ो एकड़ जंगल झाड़ी जमीन पर अवैध तरीके से जोत कोड़ कर कब्जा किया जा रहा है। और सरकार के कर्मी इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं मौन साधे हुए हैं। जिससे प्रतिदिन सरकार की जंगल झाड़ी जमीन का अतिक्रमण हो रहा है। और उस पर विभिन्न तरह के फसल लगा दिया जा रहा है। जिससे जंगल झाड़ी जमीन का अस्तित्व समाप्त होने के कगार पर है। वहीं मवेशियों के लिए जंगल झाड़ी चारागाह का क्षेत्रफल सिमटता हुआ प्रतीत हो रहा है। पशुओं को चराने के लिए किसान दर-दर भटक रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार डंडई गांव में अवस्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के समीप चार दिन पूर्व कुछ व्यक्ति 82 डिसमिल जमीन को लेकर झगड़ गए और मारपीट पर उतारू हो गए। बताया जा रहा है कि एक पक्ष के लोग कई वर्षों से जंगल झाड़ी जमीन पर तिल की खेती सहित अन्य प्रकार की खेती करते आ रहे थे परंतु अन्य लोग उक्त प्लाट की जमीन को अपना बातकर लगाए गए खेती को ट्रैक्टर से नष्ट करवा दिया गया। और उस भूमि को कब्जा कर लिया गया। जिससे दोनों पक्षों के बीच विवाद बढ़ गया हैं। एक पक्ष के व्यक्ति अरशद अंसारी ने बताया कि खाता 10 प्लॉट नंबर 674 रकबा 82 डिसमिल गैरमजरुआ जमीन पर हम लोगों का कई वर्षों से कब्जा है। परंतु जमीन का बंदोबस्त नहीं हुआ है।जिस पर हम लोग वर्षों से खेती बाड़ी करते आ रहे हैं इस वर्ष तिल का खेती लगाए हुए थे। उसने बताया कि मेरे खेत में लगा हुआ तिल की खेती को गांव के ही अब्दुल मजीद अंसारी वगैरह के द्वारा ट्रैक्टर से जोतकर नष्ट का दिया गया और जमीन को अपना बता कर कब्जा कर लिया। मामले को लेकर राजस्व कर्मचारी इंदेश्वर बैठा ने कहा की सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के समीप अधिकतर जमीन जंगल झाड़ी की जमीन है जो सरकार की है। यदि लोग कब्जा कर उस पर खेती-बाड़ी कर रहे हैं तो गलत हैं। उसकी जांच की जाएगी। वहीं प्रभारी अंचलाधिकारी देवलाल करमाली ने कहा स्थल का निरीक्षण किया जाएगा यदि सरकार की जमीन को कब्जा किया जा रहा है और उस पर खेती किया जा रहा है तो संबंधित लोगों के ऊपर कानूनी कार्रवाई होगी।