समाज में बदलाव लाने का जज्बा अगर दिल में हो, तो उम्र कोई मायने नहीं रखती। यह साबित किया है गढ़वा जिले के युवा समाजसेवी विकास माली ने। विकास माली ने न केवल गरीब और असहाय परिवारों की बेटियों की शादी कर उनका जीवन संवारने का अद्वितीय कार्य किया, बल्कि अपने कार्यों से पूरे झारखंड में एक मिसाल कायम की है।
विकास माली ने यह काम ऐसे समय में किया, जब नेता-मंत्री बड़े आयोजन करने के बाद भी जनता की समस्याओं को सही तरीके से नहीं सुलझा पाए। वहीं, विकास माली ने अपने अल्पायु में ही समाज की सेवा के लिए पहल की और असहाय लोगों की मदद करने का संदेश दिया।
विकास माली के इस नेक कार्य से यह साफ हो गया कि समाज सेवा और इंसानियत का सही अर्थ क्या होता है। जहां एक ओर लोग अपनी संपत्ति और पैसे के पीछे दौड़ रहे हैं, वहीं विकास माली ने यह सिद्ध कर दिया कि समाज सेवा में सबसे बड़ा धन है दूसरों का भला करना।
उनकी पहल ने न केवल गढ़वा जिले में, बल्कि पूरे झारखंड में एक सशक्त संदेश दिया है कि अगर इरादा मजबूत हो, तो किसी भी कार्य को सफलता पूर्वक संपन्न किया जा सकता है। आज विकास माली केवल एक युवा नहीं, बल्कि लाखों लोगों के लिए एक प्रेरणा बन गए हैं।
उनकी इस पहल से प्रभावित होकर कई और युवा भी समाज सेवा की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। विकास माली की यह कहानी न केवल समाज में बदलाव लाने की प्रेरणा देती है, बल्कि यह भी बताती है कि अगर हम समाज के लिए सोचें तो असल सफलता वही है, जो दूसरों के जीवन में बदलाव ला सके।
कुल मिलाकर, विकास माली ने साबित कर दिया कि उम्र कोई सीमा नहीं होती, जब नीयत और इरादा मजबूत हो।